गरीबी भगाओ जनता को सुखी करो जय भारत -
जब हम छोटे थे तब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नारा दिया था -गरीबी हटाओ |
बुढ़ापे में आकर जवानी छोड़ दी तब भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नया नारा दिया- गरीबी भगाओ | अपने बचपन में हमने -गरीबी भगाओ वाले नारे पर विश्वास किया था हालाँकि शीघ्र ही हमे यह महसूस होने लगा की श्रीमीति गांधी ने देश के गरीबो के हाथो में एक खिलौना थमा दिया | उस खिलोने से खेलते -खेलते हम खुद खिलोने बन गये |लेकिन देश से ना गरीबी हटी और ना गरीब |
अब राजनीति के नए नेता व मसीहा से तो यकीन ही नहीं रहा | चुनाव से पहले जो बड़े बड़े वादे करते है दस लाख रूपये खाते में आने का दिलचस्प वादा कर चुनाव तो जीत जाते है | इनकी बातो में आकर हम अपने पैरो पर कुल्हाड़ी मार लेते है |
राजनेताओ का जुठा दिलासा देना -
पिछली सदी की बड़ी मैडम श्रीमती इंदिरा गाँधी जी ने हमें खिलौना समझा और अब इस सदी के श्रीमान नरेन्द्र मोदी हमें उल्लू बना रहे है |
वर्तमान सत्ता को पसंद और नापसंद करने वाले युवा जो देश का भविष्य है वह अपने दिल पर हाथ रखकर वो यही सोचते है की कही क्या देश के गरीबो को सचमुच झूठा दिलासा दिया जा रहा है |
गरीबी कोई पहाड़ नहीं है जो हट नहीं सकता इस देश का हर आदमी गरीबी की चादर को उतार फेकना चाहता है | लेकिन ये नेता लोग क्या गरीबो के लिए तैयार है ?
जब एक नेता का बेटा एक साल में ही अपना व्यापार सोलहे हजार गुणा बढ़ाता है ''अमीर ,अमीर होता जा रहा है,गरीब ,और गरीब होता जा रहा है "
क्या यह गरीबी कभी ख़त्म होगी ???????????
भारत देश के नेताओ ने गरीबो को एक खिलौना बना दिया है नेता लोग खुद अपना घर करने में लगे हुए है | यह नेता लोग गरीबो को अपना घर करना क्यों नहीं सीखते ?????
गरीबो को एक खिलौना बना दिया है और खिलौने का काम है खेलना | पता नहीं इस भारत देश की गरीबी कब ख़त्म होगी |
इस देश के धोखेबाज नेताओ से कब छुटकारा मिलेगा ?
जब हम छोटे थे तब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नारा दिया था -गरीबी हटाओ |
बुढ़ापे में आकर जवानी छोड़ दी तब भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नया नारा दिया- गरीबी भगाओ | अपने बचपन में हमने -गरीबी भगाओ वाले नारे पर विश्वास किया था हालाँकि शीघ्र ही हमे यह महसूस होने लगा की श्रीमीति गांधी ने देश के गरीबो के हाथो में एक खिलौना थमा दिया | उस खिलोने से खेलते -खेलते हम खुद खिलोने बन गये |लेकिन देश से ना गरीबी हटी और ना गरीब |
अब राजनीति के नए नेता व मसीहा से तो यकीन ही नहीं रहा | चुनाव से पहले जो बड़े बड़े वादे करते है दस लाख रूपये खाते में आने का दिलचस्प वादा कर चुनाव तो जीत जाते है | इनकी बातो में आकर हम अपने पैरो पर कुल्हाड़ी मार लेते है |
राजनेताओ का जुठा दिलासा देना -
पिछली सदी की बड़ी मैडम श्रीमती इंदिरा गाँधी जी ने हमें खिलौना समझा और अब इस सदी के श्रीमान नरेन्द्र मोदी हमें उल्लू बना रहे है |
वर्तमान सत्ता को पसंद और नापसंद करने वाले युवा जो देश का भविष्य है वह अपने दिल पर हाथ रखकर वो यही सोचते है की कही क्या देश के गरीबो को सचमुच झूठा दिलासा दिया जा रहा है |
गरीबी कोई पहाड़ नहीं है जो हट नहीं सकता इस देश का हर आदमी गरीबी की चादर को उतार फेकना चाहता है | लेकिन ये नेता लोग क्या गरीबो के लिए तैयार है ?
जब एक नेता का बेटा एक साल में ही अपना व्यापार सोलहे हजार गुणा बढ़ाता है ''अमीर ,अमीर होता जा रहा है,गरीब ,और गरीब होता जा रहा है "
क्या यह गरीबी कभी ख़त्म होगी ???????????
भारत देश के नेताओ ने गरीबो को एक खिलौना बना दिया है नेता लोग खुद अपना घर करने में लगे हुए है | यह नेता लोग गरीबो को अपना घर करना क्यों नहीं सीखते ?????
गरीबो को एक खिलौना बना दिया है और खिलौने का काम है खेलना | पता नहीं इस भारत देश की गरीबी कब ख़त्म होगी |
इस देश के धोखेबाज नेताओ से कब छुटकारा मिलेगा ?
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