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Thursday, 5 April 2018

एक औरत की सबसे बड़ी खुशी

एक औरत की  सबसे बड़ी खुशी -
एक औरत को सबसे बड़ी खुशी माँ बनने पर होती है | माँ बनना एक औरत के लिए आसान काम तो नहीं है लेकिन माँ बनने की चाहत में वह सारे दुःख दर्द भूल जाती है | माँ बनने के लिए एक औरत को बहुत से दर्द से गुजरना पड़ता है लेकिन इस चाहत के आगे सारे दुःख दर्द कोई मायने नहीं रखते
माँ बनना एक ऐसा पल है जिसका वो लम्बे समय से इंतज़ार करती है | माँ बनना एक  औरत का सुनहरा सपना होता है जिसे वह जल्दी से जल्दी हकीकत में बदलना चाहती है | एक औरत अपने होने वाले बेबी के लिए कही सारे सपने देखती है |



                                                 हर रिश्ते में मिलावट देखी ,
                           कच्चे रंगो की सजावट देखी ,
                       लेकिन माँ को हर साल देखा है,
                          उसके चेहरे पे कभी थकावट नहीं देखी ,
                      ना माँ की ममता  में कभी मिलावट देखी ........

एक लम्बा इंतज़ार -
रात के दस बजे सोनम को दर्द होने लगा 9 महीने का इंतजार अब खत्म होने वाला था | महेंद्र और मां- बाबूजी सोनम को जल्दी से पास के हॉस्पिटल में ले गए |
डॉक्टर महेंद्र की हालत देखकर बोली आपको इतना घबराने की जरूरत नहीं है|  यह नॉर्मल डिलीवरी है जच्चा और बच्चा यानी मां और बच्चा दोनों को कोई खतरा नहीं है|
 महेंद्र बोला नहीं नहीं डॉक्टर साहब यह सोचकर नहीं घबरा रहा|
 डॉक्टर तो क्या बात है- महेंद्र जी,
 महेंद्र कुछ नहीं, बस यूं ही....|
  जैसे ही पास के मनोज को पता चला तो वह अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंच गया | अब कुछ ही देर में सोनम की डिलीवरी पूरी होने वाली थी | सोनम बेहोश थी कुछ देर बाद सोनम ने एक सुंदर से बच्चे को जन्म
दिया | नन्हे से बच्चे के रोने की आवाज सुनकर सोनम को धीरे- धीरे होश आया और अपने प्यारे से बच्चे को अपने हाथ में उठाते हुए सीने से लगा लिया | सोनम अपने प्यारे से बच्चे को देखकर अपने सारे दर्द भूल गयी |
यह सोनम के लिए माँ बनने का पहला अहसास था | सोनम बहुत खुश थी सारे परिवार वाले सोनम से मिलने
हॉस्पिटल में आये | महेंद्र भी बहुत खुश थे | क्यों की वो भी पापा बन चुके थे |

सभी ने महेंद्र और सोनम के बच्चे को गोद में लिया और ढ़ेर सारा प्यार किया | सारे घर वाले अब कमरे से बाहर गये महेंद्र सोनम के पास रुकते है ,और सोनम के सिर पर हाथ फेरते है सोनम बहुत खुश होती है |
महेंद्र अपने चाँद से बेटे को संभालते हुए आराम से गोद में उठाते है और ढेर सारा प्यार करते है |
जितनी खुशी एक औरत को माँ बनने में होती है ,उतनी ही खुशी एक आदमी को पापा बनने में होती है |
पुरे परिवार के लोग सोनम को घर ले जाने की तैयारी करते है | सोनम अपने परिवार का प्यार देखकर बहुत खुश
होती है | घर आने पर सोनम और नन्हे से बच्चे का बहुत जोरदार स्वागत करते है |
सोनम अपने चाँद से बेटे का बहुत ख्याल रखती है वह उसे गले लगाकर बहुत खुश होती है | अपने क्यूट से बेटे को बहुत प्यार करती है |
जैसे सोनम को माँ बनने की खुशी होती है वैसे ही हर औरत को माँ बनने पर ये अहसास होता है और वह हर दर्द को सहकर माँ बनना चाहती है | एक औरत बहुत सी ज़िम्मेदारियों के साथ लाड़ -प्यार से अपने बच्चो को पालती है |
                         दोस्तों माँ वो होती है जिसके लिए जितना लिखा जाये
                             उतना कम है.................,
                     माँ के प्यार को हम शब्दों में लिख नहीं सकते है......
             माँ तो हम सबके लिए दुनिया की एक नियमत है,
                            ये पूरी दुनिया माँ के प्यार के आँचल के बिना                                   अधूरी है........ 
                   हमको माँ के आँचल में जन्नत का अहसास होता है........... 
        माँ के कदमो में खुशियों का खजाना है..........


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