*****आरती*****
आरती का महत्वहमारे देश में भगवान की पूजा अर्चना आरती को बहुत अधिक महत्व दिया गया है| माना जाता है कि सुबह शाम भगवान की आरती या पूजा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है| आरती करते समय मन को शांत करके ध्यान पूर्वक भगवान की पूजा करें| इससे मनवांछित फल की प्राप्ति होती है तथा इसके साथ-साथ भगवान प्रश्न होते हैं|इसी प्रकार भगवान गणेश को सबसे बड़ा माना गया है किसी भी शुभ अवसर शादी विवाह आदि में भगवान गणेश को सबसे पहले याद किया जाता है |माना जाता है कि भगवान गणेश की पूजा के बिना कोई भी कार्य संपन्न नहीं होता है|
आइए हम आज आपको आरती करने की सही विधि बताते हैं-
आरती के लिए दीपक, शुद्ध घी ,रुई ,बत्ती, कपूर, चावल ,कुमकुम ,जल का कलश तथा इसके साथ थाली में फूल माला अक्षत तथा मिठाई आदि रखें तथा अपना मन शांत होना चाहिए|
आज हम आपके लिए भगवान श्री गणेश की आरती लेकर आए हैं तो आरती पढ़ने से पहले एक बार भगवान गणेश की सच्चे मन से जय "बोलो श्री भगवान गणेश की जय"
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
एक दंत दयावन्त चारभुजा धारी
मस्तक सिन्दूर सोहे मूषक की सवारी
जय गणेश जय गणेश ........
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
हार चढ़े बील चढ़े और मेवा
का भोग लागे संत करे सेवा
जय गणेश जय गणेश..........
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
अंधे को आँख देते कोडीन को काया
बांझन को पुत्र देते निर्धन को माया
जय गणेश जय गणेश देवा........
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
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